आज आयुर्वेदिक डी फार्मेसी उपवेद यूनियन पंजाब (रजि. 15/2018) द्वारा प्रदेश अध्यक्ष जसप्रीत सिंह के नेतृत्व में सिविल अस्पताल अबोहर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री पंजाब चेतन सिंह जोड़ामाजरा को मांग को लेकर सौंपा मांग पत्र
प्रदेश अध्यक्ष जसप्रीत सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि उपवेद के पंजाब में कुल 559 पद हैं, जिनमें से 350 से अधिक पद खाली हैं और पिछले 7 वर्षों से उपवेद की भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं किया गया है जिस कारण हजारों उपवेद ओवरऐज हो गये है |
उन्होंने कहा कि 4 सितंबर को समाना मैं स्वास्थ्य मंत्री पंजाब के आवास के सामने उपवेद यूनियन की द्वारा पक्का मोर्चा लगाना था| लेकिन समाना के प्रशासन ने 6 सितंबर को लिखित पैनल मीटिंग देकर धरना समाप्त कर दिया गया | लेकिन 6 सितंबर को उपवेद संघ के नेताओं कल्याण भवन में मीटिंग के लिए पहुंचे लेकिन बिना पैनल मीटिंग किए निराश होकर लौटना पड़ा और 6 सितंबर को स्वास्थ्य मंत्री द्वारा 14 सितंबर को सभी यूनियनों की पैनल मीटिंग करने का आश्वासन दिया था | लेकिन 14 सितंबर को स्वास्थ्य मंत्री पंजाब की अध्यक्षता में केवल स्वास्थ्य विभाग से संबंधित कर्मचारी संगठन साथ ही, पैनल मीटिंग की गईं और बेरोजगार संगठनों के साथ कोई मीटिंग नहीं हुई
उपवेद यूनियन के अध्यक्ष ने कहा कि पिछली सरकारों की तरह यह सरकार भी लारे बाज़ सरकार साबित हो रही है। उपवेद यूनियन ने स्वास्थ्य मंत्री से मांग की कि उपवेद के पदों का विज्ञापन जारी किया जाए और आयुर्वेदिक दवाएं बेचने के लिए कानून बनाकर आयुर्वेदिक दवाओं को बेचने का अधिकार केवल उपवेद को हो बिना उपवेद लाइसेंस के कोई भी आयुर्वेदिक दवा बेच न सके उन्होंने कहा कि पांच साल बाद उपवेद की होने वाली नवीनीकरण पंजीकरण शुल्क मेडिकल एजुकेशन एंड ख़ोज विभाग पंजाब के नोटिफिकेशन अनुसार 2020 से 2025 तक 600 रुपए बनती थी लेकिन बोर्ड ऑफ आयुर्वेदिक एंड यूनानी सिस्टम्स ऑफ मेडिसिन पंजाब द्वारा 1150 रुपये के लिए जा रहे है और पंजीकरण का उपवेद को कोई भी लाभ नही मिला लेकिन डबल फीस वसूल कर बोर्ड द्वारा उपवेद को लूटा जा रहा है |
उपवैद भर्ती विज्ञापन नं. 03/2015 के तहत भर्ती में उपवेद का पंजीकरण अनिवार्य था लेकिन फिर भी बी. ए. एम. एस. डिग्री धारक डॉक्टरों की भर्ती किया गया और उपवैद के अधिकारों पर डाका मारा गया उन्होंने मांग की कि भर्ती की जांच कर बी.ऐ.एम.एस. डिग्री धारकों को बहार निकाला जाये । और महुल्ला क्लिनिक सकीम में 50% आयुर्वेदिक क्लिनिक को शामिल किया जाए उन्होंने मांग की कि 30 सितंबर से पहले उपवैदा की पैनल मीटिंग आयोजित कर उपवेद की समस्या का समाधान होना चाहिए अन्यथा 5 अक्टूबर दशहरा दिवस पर उपवेद पंजाब सरकार का पुतला फूंकेंगे और अनिश्चित काल के लिए स्थायी धरना भी देंगे|
इस मोके जिलाध्यक्ष सुरिंदर कुमार, हंस राज, बेग चंद, राजिंदर कुमार, दविंदर कुमार, विजय कुमार, जरनैल सिंह, तरसेम कुमार, रंजीत सिंह, संदीप कुमार मौजूद थे.